स्वयं का परीक्षण Self test for entrepreneurship

आज हम चर्चा करेंगे कि जो स्टार्ट अप है उनको अपने आप से कौन-कौन से सवाल पूछने चाहिए। सबसे पहला सवाल है कि आप बिजनेश क्यों शुरू करना चाहते हैं। इसके जबाव में मेरा एक सुझाव है कि यदि आप पैसा कमाने के लिए बिजनेश शुरू करना चाहते है तो ठीक है 

लेकिन इससे अलग दूसरी बात यह है कि आप दूसरे के लिए क्या वैल्यू क्रियेट कर रहे है इस सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो आप एक सक्सेशफुल उद्यमी बनेंगे। इसके बाद बहुत सारे आइडिया के बीच आप एक आइडिया को लेकर आगे चलेंगे।

 इसके बाद आपको देखना है कि क्यों आप इस बिजनेश को कर सकते हैं? इसके बाद आजकल के युवाओं की सबसे बड़ी समस्या है कि वह बहुत कम समय में बहुत अधिक प्राप्त करने की कोशिश करते है, रातो रात करोड़पति बनना चाहते हैं, यह प्रवृति बन गई है। 

लेकिन मैं आपको एक मूल मंत्र देता चलूँ कि यदि आप स्टार्ट अप है तो आपको पेसेन्स रखना होगा, नीचे से शुरूआत करनी होगी और धीरे धीरे आगे बढ़ना होगा ।यदि आप बहुत बड़ा पूँजी लगाकर उद्यम शुरू करते है और आप फेल हो जाते है तो आपको नुकसान होता है। यदि आप अपना पूँजी लगाकर उद्यम शुरू करते है तो आपको रिस्क भी उठाना पड़ेगा ।

 जबतक रिस्क नहीं लेंगे उद्यमिता की शुरूआत नहीं होगी। क्या आप सही डिसिजन लेते है, डिसिजन लेने में दो तरह की बातें होती है, पहले से जो हमारा डेटा है और हमारा इमोशन। सक्सेसफुल उद्यमी भी अपने इमोशन के आधार पर कार्य करते है। क्या आप हार्ड वर्क करने को तैयार है। आप दूसरे लोगो या परिस्थिति से सीखकर आगे बढ़ने की ललक रखते है। 

अगर आप रखते है तो आप बन सकते है उद्यमी। यह बात भी निकलकर आयी कि अधिकतर स्टार्टअप फेल क्यों हो जाते है तो इसका कारण अनुभव की कमी है। हो सकता है कि आपको अनुभव कम हो लेकिन क्या आपके साथ अनुभव प्राप्त लोग जुड़े हुए है। 

क्या आप अपना इमेजिनेशन दूसरे लोगों को बेच पायेंगे। अधिकतर लोग कहेंगे कि ठीक है आप करिए लेकिन मैं उन इनवेस्टर को सही मानता हूँ कि जिनको ऐंजल इनवेस्टर सही माने और वो कहे कि ठीक है मैं तैयार हूँ। क्या आपके


पास एक ट्रस्ट लोगों की टीम है क्या? इसकी भी आवश्यकता आपको आगे पड़ेगी। सफल उद्यमी बनने के लिए कोई फिक्स फार्मूला नहीं है लेकिन ये सारे आपको आगे बढ़ने में मदद दिला सकती है।

 एक उद्यमी को तीन सवाल जरूर पूछने चाहिए कि क्या उनका जो गोल हैं वह वेल डिफाइन है कि नहीं, क्या आपके पास सही योजना है, क्या आपके पास सही विजन है और तीसरा सवाल है कि अगर आपके पास सही योजना है तो क्या आप उसको क्रियान्वित कर सकते है।